अपनों से बिछड़ने की शायरी: दोस्तों हम सब जब कोई दूर चला जाता है तो उसके बिछड़ने का दर्द तो जानते ही है, और ये भी जनते है उसके चले जाने से हमारी ज़िन्दगी में कैसा लगता है। हमे रात भर उसकी शख्स के सपने आते हैं और उसके साथ बिताये हुए पल याद आते है। उस शख्स की जुदाई के ही बारे में हम सोचते है और ये भी अपने आप से बोलते ही की काश वोहंसे दूर न होता। इसलिए आपके दर्द को समझकर आज हम अपनों से बिछड़ने की शायरियां आपके साथ शेयर करना चाहते हैं।
बिछड़ने की शायरी
यहाँ पर आप परिवार, प्रेमिका, दोस्त, भाई और बहन, माता पिता के बिछड़ने की शायरी पाएंगे। किसी का बिछड़ना एक बहुत ही दर्द भरी कहानी के जैसे होता है। अगर आपको भी किसी अपने के बिछड़ने पर उसकी याद आ रही है तो आप ये शायरी ले सकते है।
तकलीफ़ तो बहुत हुयी,
तुमसे दूर हो जाने पर,
मै बंद कमरे मे खूब रोया,
तुमसे बिछड़ जाने पर।
ना जाने क्यों तुझसे मिलकर तेरा बिछड़ना याद आता है,
जब भी पुरानी बाते यादें आती है तो रोना आता है।
बिखरी नहीं हु में हमेशा निखरी हूँ,
जब भी में किसी अपने प्यारे से बिछ्ड़ी हूँ।
तेरे गली में आके बदनाम हुए,
पुरे जमाना में गुमनाम हुए,
तुने वादा किया था बिछड़गे ना हम,
तेरे ही प्यार में हम नीलाम हुए।
चाहे अब तुम रोज़ झगड़ना मुझसे,
पर फिर से बिछड़ने की बात ना करना।
मुझे बिछड़ने के बाद अच्छे से जी रहे हो,
मुझे भी तुम्हारी ख़ुशी अच्छी लगती है।
पता तो मुझे भी था पर यह नहीं पता था,
की सच बोलने पर लोग बिछड़ जाते है।
कितना फासला था हमारे दरमियान,
उन्हें हमारा मिलना ज़रूरी नहीं था,
हमें हमारा बिछड़ना मंज़ूर नहीं था।
बहुत अच्छा चल रहा था यह रिश्ता हमारा,
बिछड़े इस रफ़्तार से, मैं आसमान और वो टूटा तारा सा था।
मैंने तो समझा था की मिल कर दास्तान पूरी हुई,
वो बिछड़ कर और भी लम्बी कहानी बन गयी।
जब तुझसे बिछड़े, तो दिन भी अजीब थे,
दूर होकर एहसास हुआ, हम तेरे कितने करीब थे।
आज हम दर्द है उनके लिए, कभी हम उनका सुकून होया करते थे,
आज वो दुर है हमसे, जिनकी हम जान होया करते थे।
बिछड़ने पर शायरी
इक तेरी याद का आलम है कि बदलता ही नहीं,
वरना वक़्त आने पे हर चीज़ बदल जाती है।
उसे फुरसत नहीं मिलती ज़रा सा याद करने की,
उसे कह दो हम उसकी याद में फुरसत से बैठे हैं।
उसे मैं याद आता तो हूँ फुरसत के लम्हों मे फराज़,
मगर ये हकीकत है, के उसे फुरसत नहीं मिलती।
एक दर्द छुपा हो सीने में, तो मुस्कान अधूरी लगती है,
जाने क्यों बिन तेरे, मुझको हर शाम अधूरी लगती है।
प्रेमिका से बिछड़ने की शायरी
अब जुदाई के सफ़र को मेरे आसान करो,
मुझे ख़्वाब में आ कर ना परेशान करो।
आज फिर मुमकिन नही कि, मैं सो जाऊँ,
यादें फिर बहुत आ रही हैं, नींदें उड़ाने वाली।
आया ही था ख्याल के आँखें छलक पड़ी,
आंसू तुम्हारी याद के कितने करीब थे।
इक अजीब सी बेताबी है तेरे बिन,
रह भी लेते हैं और रहा भी नहीं जाता।
दोस्तों से बिछड़ने की शायरी
तेरी यादों में पागल होकर दोस्त,
हम अक्सर तुझको आवाज देते हैं,
पता है अब तू नहीं मिलेगा दोस्त,
फिर भी दुआ करते हैं तो तुझे मांग लेते हैं।
तेरी यादों में खोए रहते हैं
अब दुनिया से दूरी सी लगती है,
हो सके तो लौट आ मेरे दोस्त,
तेरे बिना अब ये जिंदगी अधूरी लगती है।
तुम्हारा तुम कहकर रोज़ झगड़ना मुझसे,
तुम्हारा आप कहकर बिछड़ने से अच्छा था.
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आपके अपने क्यों बिछड़ जाते है
यदि कोई व्यक्ति आपसे बिछड़ता है तो उसके आपसे अलग होने के कुछ कारण हो सकते हैं, लेकिन यह मत सोचिए कि वह व्यक्ति आपको भूल गया है। लेकिन कुछ लोग किसी की जिंदगी से खेलते हैं और अपना मतलब निकल जाने पे भूल जाते हैं।
यदि आप उस व्यक्ति पर भरोसा करते हैं जिसे आपने कभी अपना जीवन समझा था, और वह भी आपको अपना मंटा था दिल से, तो वह व्यक्ति आपको कभी नहीं भूलेगा या आपको कभी भी धोखा नहीं देगा। ऐसे में व्यक्ति किसी कारणवश आप से दूर हो सकता है। बस उस शख्स को आपके पास आने का इंतजार करें। शायद वह भी आपसे मिलने का इंतजार कर रहा है।
अपनों से बिछड़ने का दर्द
अपनों से बिछड़ने का दर्द तो आप समझ ही सकते है बहुत बुरा लगता है जब कोई अपना हमसे दूर हो जाये या किसी बात पे नाराज हो जाये। आप मेरी लिखी शायरी को अपनों तक जरूर पहुचाये।
आपको हमारी ये अपनों से बिछड़ने की शायरी कैसे लगी ?